अमेरिकी राजदूत रिचर्ड आर. वर्मा नई दिल्ली पहुंचे

भारत में अमेरिकी मिशन ने 2 जनवरी, 2015 को राजदूत रिचर्ड आर. वर्मा के नई दिल्ली पहुंचने की घोषणा की। वह मिशन के अमेरिका-भारत की रणनीतिक भागीदारी को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे।

अपने आगमन पर राजदूत वर्मा ने कहा, ‘‘हमारे द्विपक्षीय रिश्ते के रोमांचक समय पर मैं भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में सेवा करने पर सम्मानित अनुभव कर रहा हूं। मुझे भारत के लोगों से मिलने और सुरक्षा विकास, और समृद्धि के हमारे साझा लक्ष्यों पर भारत सरकार के साथ मिलकर कार्य करने की प्रतीक्षा है।’’

जीवन-परिचय

राजदूत वर्मा वैधानिक मामलों के भूतपर्वू असिस्टेंट सेक्रेटरी हैं। 2009 से 2011 तक उन्होंने सेक्रेटरी क्लिंटन के मुख्य सलाहकार के रूप में सेवाएं प्रदान की हैं। उन्होंने कैपिटल हिल में विदेश विभाग के बज़ट और पॉलिसी का नेतृत्व किया, 200 से अधिक सीनेट पुष्टीकरण किए और कांग्रेस की कई मुख्य जांचों की निगरानी की। वह ईरान प्रतिबंधों और नए स्टार्ट समझौते के संबंध में कांग्रेस के साथ प्रशासन के मुख्य वार्ताकार भी थे। अभी हाल ही में स्टिप्टो एंड जॉन्सन और अलब्राइट स्टोन ब्रिज दोनों में वरिष्ठ अधिवक्ता के तौर पर कार्य किया। जहां उन्होंने अपनी प्रैक्टिस को अंतर्राष्ट्रीय कानून और वैश्विक नियमन अनुपालन पर केंद्रित रखा।

अपने कैरियर के आरंभ में मिस्टर वर्मा ने बहुसंख्यक नेता हैरी रीड के वरिष्ठ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के तौर पर सीनेट में कार्य किया है। उन्होंने हाउस ऑफ रिप्रजेंटिव्स फॉर डिफेंस अप्रोप्रियएशंस के चेयरमैन जैक मूर्था के लिए भी अपनी सेवाएं दीं हैं। इससे पहले मिस्टर वर्मा पूर्वी यूरोप में नेशनल डेमोक्रेटिक इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल अफेयर्स में कंट्री डायरेक्टर, सेट्रर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस में सीनियर नेशनल सिक्यूरिटी फेलो, और विदेश संबंधों की काउंसिल के सदस्य थे। उन्होंने क्लिंटन फाउंडेशन, ह्यूमन राइट्स फर्स्ट और नेशनल डेमोक्रेटिक इंस्टीट्यूट के बोर्ड में भी सेवाएं प्रदान की हैं।

मिस्टर वर्मा ने 1994 से 1998 तक अमेरिकी वायु सेना में सक्रिय ड्यूटी पर सेवाएं दीं। उन्होंने एलएल.एम. की उपाधि विशिष्टता के साथ जार्ज टाउन यूनिवर्सिटी, लाॅ सेंटर प्राप्त की, और जे.डी. कम लॉड, अमेरिकन यूनिवर्सिटी के वाशिंगटन काॅलेज आॅफ लाॅ से और बी.एस. लीहाई यूनिवर्सिटी से किया है।